– वाणी वीणा वेणु के तहत सजी सुर और तान की महफिल
देहरादून। उभरती प्रतिभा शास़्त्रीय ख्याल गायिका राशि पंत ने अपनी सुरीली आवाज से आज देहरादून के शास्त्रीय संगीत प्रेमियों का दिल जीत लिया। उनकी मखमली आवाज का जादू श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर गया। वाणी वीणा वेणु के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन पंडित सियाराम तिवारी मेमोरियल संगीत ट्रस्ट पटना द्वारा किया गया था। संगीत संध्या प्रख्यात तबला वादक पदम विभूषण पंडित किशन महाराज को उनकी जन्म शताब्दी पर समर्पित था।
इस संगीत संध्या की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। दीप प्रज्ज्वलन पीसीसीएफ धनंजय मोहन और उत्तराखंड पेयजल निगम के चीफ इंजीनियर सुरेश चंद्र पंत ने की। इसके बाद दून की ख्याल गायिका राशि पंत ने राग भीमपलासी से किया। उन्होंने पलकन लागी मोरी अखिंया, और विलंबित तिलवाड़ा में पिया बिन कैसे कटे दिन रतियां दु्रत तीन ताल में सुनाई। उनके साथ तबले पर चित्रांक पंत और हारमोनियम पर दिल्ली से आए ललित सिसोदिया ने की। गायिका राशि पंत की प्रस्तुति पर सभागार बार बार तालियों से गूंजता रहा। ख्याल गायिका राशि पंत ने इसके अलावा देखो रे बजे मुरलिया कान्हा और चलो मन वृंदावन की ओर भी सुनाया।
इसके बाद हल्द्वानी की स्मित तिवारी ने सरोद वादन किया। स्मित को संगीत नाटक अकादमी से उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार से सम्मानित किये जा चुके हैं। उन्होंने राग शुद्ध कल्याण, एक शाम का राग चुना। उन्होंने मिश्र पीलू में एक धुन सुनाई। उनके साथ शुभ महाराज ने तबले पर संगत की। बनारस घराने के बांसुरी वादक पडित अजय पसन्ना की प्रस्तुति से कार्यक्रम का समापन हुआ।
आयोजन मंडल के सदस्य सुमित आनंद ने बताया कि पंडित सियाराम तिवारी मेमोरियल संगीत ट्रस्ट पटना की स्थापना के दस वर्ष पूरे होने पर, केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और वर्ड रिदम्स इमेजेज द्वारा देश के दस शहरों में यह कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। संस्था द्वारा देहरादून में आयोजित यह पांचवां कार्यक्रम था।
इस मौके पर अजय गोविंद, उत्पल सांवत, संयुक्त सचिव विजयश्री सुमित आनंद आदि प्रमुख लोग मौजूद थे।