Uttarakhand

डॉ. एसडी जोशी बोले लीवर रोगों के प्रति जागरूकता जरूरी, शंकर क्लीनिक में लीवर जांच शिविर का आयोजन

50 से अधिक लोगों की फाइब्रो स्कैन से हुई निशुल्क जांच

देहरादून। जोगीवाला चौक के निकट स्थित शंकर क्लीनिक में दो दिवसीय लीवर जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 50 से भी अधिक मरीजों के लीवर की निशुल्क जांच की गई। डा. एसडी जोशी ने अत्याधुनिक तकनीक फाइब्रो स्कैन के माध्यम से लीवर रोगों की जांच की। डा. जोशी ने कहा कि आधुनिक खान-पान से लीवर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि संतुलित भोजन करने से लीवर संबंधी समस्या से बचा जा सकता है।

डा. जोशी ने बताया कि फाइब्रो स्कैन मशीन के माध्यम से मरीज के लीवर की हार्डनेस या स्टिफनेस का पता लगा जा सकता है। इससे लीबर में फाइब्रोसिस की जानकारी मिल जाती है। यानी फैट कितना जमा है और सिकुडन कितनी है। उन्होंने बताया कि लीवर में संक्रमण, डायबिटीज या शराब का अधिक सेवन करने वालों को भी लीवर संबंधी रोग हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि लीवर की समय पर जांच होने से लीवर सिरोसिस होने से बचा जा सकता है। गौरतलब है कि लीवर सिरोसिस का कोई इलाज नहीं है और तब केवल लीवर ट्रांसप्लांट ही विकल्प है।

डा. जोशी नेे कहा कि लीवर स्टिफनेस 2.5 से सात तक ठीक मानी जाती है। यदि स्टिफनेस इससे अधिक है तो लीवर फैटी हो रहा है। हालांकि उनका कहना है कि स्टिफनेस 20 से अधिक हो तो डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लीवर को स्वस्थ करने के लिए जरूरी है कि वजन घटाएं, शराब और सिगरेट का सेवन छोड़ दें। फल और सब्जियां खाएं। एक्सरसाइज करना चाहिए। सुबह रोजाना दो किलोमीटर की सैर करें। उन्होंने बताया कि फाइब्रो स्कैन की सुविधा देहरादून में बहुत कम अस्पतालों में मौजूद है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से लगभग 50 लोगों की जांच हुई है। यह जांच निशुल्क थी। उन्होंने बताया कि वह समय-समय पर इस तरह के निशुल्क कैंपों का आयोजन करते हैं।

फाइब्रो स्कैन मशीन एबर्ट कम्पनी की मशीन है। जो लीवर की जांच करती है। ये मशीन अल्ट्रासाउंड की तरह काम करती है। लीवर फैटी, लीवर सिरोसिस दोनों गम्भीर बीमारियों का पता चल जाता है। देश में आजकल लीवर की जांच के लिए इस आधुनिक मशीन का प्रयोग किया जा रहा है। कम्पनी प्रतिनिधि अनुराग मिश्रा ने बताया आजकल फैटी लीवर की समस्या ज्यादा देखने मे आ रही है। हर ब्यक्ति को लीवर के प्रति धयान देने की आवश्यकता है।

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