कार्बेट टाइगर रिजर्व में किया गया वालेंटरी विलेज प्रोटेक्शन फोर्स का गठन, पर्यावरण संरक्षण में मिलेगा अच्छा सहयोग
नैनीताल। कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) में मानव-वन्यजीव संघर्ष टालने व ग्रामीणों से सामंजस्य बनाने को वालेंटरी विलेज प्रोटेक्शन फोर्स (वीवीपीएफ) का गठन किया गया है। फोर्स में शामिल आसपास के 130 ग्रामीणों को चरणवद्ध तरीके से सीटीआर वन मित्र और हाथी मित्र के रूप में प्रशिक्षित करेगा। प्रशिक्षण देकर इनके कार्य का दायरा भी बढ़ाया जाएगा। कार्बेट टाइगर रिजर्व के जंगल से सटे गांवों में अक्सर हिंसक वन्यजीव आ जाते हैं। ऐसे में ग्रामीणों व विभाग के बीच सामंजस्य बनाते हुए समस्या का समाधान करने के लिए गांव के ही युवाओं को अवैतनिक आधार पर वीवीपीएफ का सदस्य बनाया गया। अवैतनिक रूप से जुड़ने की शर्त के आधार पर ही 130 ग्रामीण इस फोर्स का हिस्सा है।
ऐसे में सीटीआर अब इन्हें वन मित्र के रूप में और अधिक जिम्मेदारी देने की तैयारी में है। अब इन्हें सांप पकड़ने, बाघ, गुलदार व हाथियों के व्यवहार की पहचान कराने, खुद को सुरक्षित रखते हुए ग्रामीणों को सुरक्षा देने, गांव या सड़क में आए वन्यजीवों को सुरक्षित जंगल में छोड़ने या भगाने में भी पारंगत बनाया जाएगा। साथ ही जरूरत के समय कैमरा ट्रैप लगाने, प्राथमिक उपचार देने, पर्यावरण संरक्षण में भूमिका तय करने के लिए कालागढ़ रेंज में प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे कि फोर्स के सदस्य और बेहतर कार्य कर सकें।
सीटीआर के निदेशक धीरज पांडे ने बताया कि पहले चरण में फोर्स के 20 सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सदस्यों को वर्दी, जूते, टार्च, बैग आदि दिए जा रहे हैं। कालागढ़ में जागरूकता व क्षमता विकास के नाम से प्रशिक्षण होगा। उम्मीद है कि फोर्स से विभाग को वन्यजीव व पर्यावरण संरक्षण में और अच्छा सहयोग मिलेगा।