Uttarakhand

कॉंग्रेस के लगाये भ्रष्टाचार के पेड़ को जड़ से उखाड़ने का काम कर रहे हैं धामी : महेंद्र भट्ट

सरकार भ्रष्टाचारियों को जेल भेज रही और कांग्रेस धरना प्रदर्शन कर मना रही मातम: भट्ट

देहरादून। भर्तियों पर कांग्रेस के धरना प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए भाजपा ने कहा कि एक ओर सरकार युवाओं के हक पर डाका डालने वाले भ्रष्टाचारियों को जेल भेज रही है और दूसरी ओर कांग्रेस विरोध उपवास कर मातम मना रही है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि वह सरकार के कदम का विरोध कर रही है या भ्रष्टाचारियों का समर्थन। उन्होंने कहा कि धामी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही भी कर रही है और पारदर्शिता के साथ समय पर परीक्षाएं भी आयोजित हों इसे लेकर भी सजग है। परीक्षाएं पारदर्शी हो और समय पर हो सरकार इसके लिए वातावरण बना रही है। इससे युवाओं मे विश्वास और उत्साह का भाव भी जागेगा जो कि जरूरी है। उन्होंने कहा कि पूर्व मे हुई परीक्षाएं किस तरह हुई उसके नतीजे सामने है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी भ्रष्टाचार को लेकर व्या्ख्यान नही, बल्कि कॉंग्रेस के लगाये भ्रष्टाचार के पेड़ को जड़ से उखाड़ने का काम कर रहे हैं।

भट्ट ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों मे घपलों को दबाने और उन्हे प्रश्रय देने की प्रवृति रही है। 2002 में दरोगा भर्ती घोटाला हुआ। कांग्रेस ने खुद जांच नहीं बैठाई। जब असफल हुए अभ्यर्थियों ने सूचना अधिकार में जानकारी जुटाई और हाईकोर्ट में अपील की, तो सीबीआई जांच हुई। सीधे तत्कालीन डीजीपी पीडी रतूड़ी और एडीजी राकेश मित्तल की संलिप्तता पाई गई। उसी दौरान मंडी परिषद में हुई भर्तियों घोटाले हुए। 2012 से 2017 के बीच कांग्रेस सरकार में एक के बाद एक भर्ती घोटाले हुए। 2015 में फिर दरोगा भर्ती घोटाला किया गया। कोई जांच और कोई कार्रवाई नहीं की गयी। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के जरिए हर भर्ती में घोटाला किया। कार्रवाई कुछ नहीं हुई। भाजपा की धामी सरकार ने 2015 के कांग्रेस सरकार में हुए भर्ती घोटाले का पर्दाफाश किया। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती घोटाले में 50 से अधिक लोगों को जेल भेजा। अब कांग्रेस शासन में हुए भर्ती घोटाले की कलई खुलने लगी है तो असहज कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर युवाओं को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीति और नीयत साफ है और जनता सब जानती है। कांग्रेस खुद पर आंच आते ही बौखला गयी है और उसके धरने, प्रदर्शन तथा उपवास उसी की परिणिति है।

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